पहले बारिश होती थी
और हम बहती हुई नालियों में कागज की कश्ती चलाते थे
अब ग्रीन हो गए हैं
और रेनी डे में एनएफएस की सड़को में फेरारी चलाते हैं.
और हम बहती हुई नालियों में कागज की कश्ती चलाते थे
अब ग्रीन हो गए हैं
और रेनी डे में एनएफएस की सड़को में फेरारी चलाते हैं.
पहले हम बच्चे थे
और बोर हो जाने पर बैठकर ला मिजरेबल पढ़ते थे
अब हम बड़े हो गए हैं
और बोर होकर फेसबुक में बैठकर कविता लिखते हैं.
और बोर हो जाने पर बैठकर ला मिजरेबल पढ़ते थे
अब हम बड़े हो गए हैं
और बोर होकर फेसबुक में बैठकर कविता लिखते हैं.
कोई बात नहीं यह कि
जो मैं ये कहता रहता हूँ कि सब बदल गया है
कहने से होता क्या है
जो बदलना है वो तो वैसे भी बदल हीं जाता है.
जो मैं ये कहता रहता हूँ कि सब बदल गया है
कहने से होता क्या है
जो बदलना है वो तो वैसे भी बदल हीं जाता है.
देखो मैंने बोल हीं दिया
और अपने सोंच को ज़माने के सामने खोल हीं दिया
तुम समझो या नासमझो
तुम्हारे एक सवाल का जवाब तो मैंने दे हीं दिया.
और अपने सोंच को ज़माने के सामने खोल हीं दिया
तुम समझो या नासमझो
तुम्हारे एक सवाल का जवाब तो मैंने दे हीं दिया.
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