चलो आज मैं अपने दर्द का बयान करता हूँ
मेरी जो तुमसे शिकायत है वो खुलेआम करता हूँ
मेरी जो तुमसे शिकायत है वो खुलेआम करता हूँ
जो तू ये सोंचता था कि तू तोड़ता है गुरूर मेरा
देख तू अपने पैरों पे खड़ा रहने का ये शुरुर मेरा
देख तू अपने पैरों पे खड़ा रहने का ये शुरुर मेरा
तेरे से लड़ के जीतू इतना तो इकबाल नहीं मेरा
पर जिंदा हूँ अभी भी ये बुलंद खयालात है मेरा
पर जिंदा हूँ अभी भी ये बुलंद खयालात है मेरा
भेज और जितने अवतारों को तू भेजता है यहाँ
तेरे पैगम्बरों से लड़ने में हीं तो रहा है वज़ूद मेरा
तेरे पैगम्बरों से लड़ने में हीं तो रहा है वज़ूद मेरा