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Monday, October 13, 2014

तेरे आंसू

मेरे आँखों से आंसू निकलता हीं नहीं
कुछ भी हो बात ये दिल रोता हीं नहीं
ऐसा भी नहीं की नहीं दर्द इसके अन्दर
पर ये समंदर बाहर निकलता हीं नहीं

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